THE ULTIMATE GUIDE TO KISMAT KA UPAY

The Ultimate Guide To kismat ka upay

The Ultimate Guide To kismat ka upay

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प्रतिदिन सुबह खाना बनाने समय पहली रोटी गाय के लिए निकाल दें और शाम को खाना बनाते समय आखिरी रोटी कुत्ते के लिए निकाल लें, अब इसे गाय व कुत्ते को खिलाएं.

नजर दोष वैज्ञानिक आधार लक्षण और निवारण

‘लाल किताब’ ज्योतिर्विद्या की एक स्वतन्त्र और मौलिक सिद्धान्तों पर आधारित एक अनोखी पुस्तक है। इसकी कुछ अपनी निजी विशेषताएँ हैं, जो अन्य सैद्धान्तिक अथवा प्रायोगिक फलित ज्योतिष-ग्रन्थों से हटकर हैं। इसकी सबसे बड़ी विशेषता ग्रहों के दुष्प्रभावों से बचने के लिए जातक को ‘टोटकों’ का सहारा लेने का संदेश देना है। ये टोटके इतने सरल हैं कि कोई भी जातक इनका सुविधापूर्वक सहारा लेकर अपना कल्याण कर सकता है। काला कुत्ता पालना, कौओं को खिलाना, क्वाँरी कन्याओं से आशीर्वाद लेना, किसी वृक्ष विशेष को जलार्पण करना, कुछ अन्न या सिक्के पानी में बहाना, चोटी रखना, सिर ढँक कर रखना इत्यादि। ऐसे कुछ टोटकों के नमूने हैं, जिनके अवलम्बन से जातक ग्रहों के अनिष्टकारी प्रभावों से अनायास की बचा जाता है। कीमती ग्रह रत्नों (मूंगा, मोती, पुखराज, नीलम, हीरा आदि। में हजारों रुपयों का खर्च करने के बजाय जातक इन टोटकों के सहारे बिना किसी खर्च के (मुफ्त में) या अत्यल्प खर्च द्वारा ग्रहों के दुष्प्रभावों से अपनी रक्षा कर सकता है।

   ऐसा टोटका जो भूत-पिशाच की समस्या सुलझाएगा

आप चाहे तो उस पर लाल रंग के पर्दे भी लगा सकते हैं, ऐसा करने से वास्तु दोष दूर हो जाता है और उन्नति के मार्ग खुल जाते हैं.

इस राशी के लोग यथासंभव बेल्ट का प्रयोग न करें। अस्पताल में दमे की दवा मुफ्त में दें।

कुंडली में भाग्य- कुंडली में नवम भाग को ज्योतिष में भाग्य और लाल किताब में read more धर्मी भाव माना जाता है। नवम भाव का स्वामी गुरु होता है जिसे नवमेश या भाग्येश कहते हैं। मतलब यह कि आपकी कुंडली में नवम भाव और नवमेश शुभ नहीं है, तो उन पर शुभ ग्रहों का प्रभाव नहीं है या सोए हुए हैं तो आपको जीवनभर संघर्ष ही करते रहना होगा।

आर्थिक समृद्धि के लिए कुछ वास्तु उपायों का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। वास्तु उपायों का ध्यान रखकर न केवल आप अपनी प्रसन्नाता का स्तर बढ़ा सकते हैं बल्कि समृद्धि की राह भी पा सकते हैं।

हाथों में भाग्य रेखा- हाथों में भाग्य रेखा होती है। राहु या केतु पर्वत से निकलकर शनि या गुरु पर्वत की ओर जाने वाली रेखा को भाग्य रेखा कहते हैं। भाग्य रेखा यदि सरल और स्पष्ट है तो व्यक्ति का भाग्य साथ देगा लेकिन यह रेखा यदि टूटी-फूटी और अस्पष्ट है तो कर्म पर ही निर्भर रहना होगा। यह भी मान्यता है कि यदि यह रेखा कलाई से निकलकर गुरु पर्वत में मिल जाए तो व्यक्ति बहुत ही ज्यादा भाग्यशाली होता है लेकिन शनि पर्वत में मिल जाए तो भाग्य की कोई ग्यारंटी नहीं। लेकिन यदि आपके हाथ में यह रेखा है ही नहीं तो फिर क्या करें?

   इंद्रजाल के जादू प्रदर्शन के प्रकार

दान करने से घर में कभी खाने-पीने की कमी नहीं होती है. अतः हर शुक्रवार जरूरतमंदों को चावल दान करें. साथ ही मां लक्ष्मी की पूजा करें.

यह ज्योतिष के सिधान्तो और हस्तरेखा के सिधान्तो को सरल रूप से समझाता है।

मां लक्ष्मी धन की देवी है इसलिए उनकी पूजा और आराधना करने से धन वैभव की कमी नहीं रहती और जो भी समस्याएं हैं वह सब समाप्त हो जाती है किस्मत चमकाने के आसान उपाय कितने भी करो लेकिन मां लक्ष्मी की पूजा बगैर धन प्राप्ति होना असंभव है। इसलिए मां लक्ष्मी की पूजा प्रतिदिन अवश्य करें

   इन्द्रजाल द्वारा पति-पत्नी के बीच अनबन को दूर करने के मंत्र

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